जेटली ने नोटबंदी को बताया साहसिक फैसला, कहा- स्थिति सामान्य बनाने के लिए केंद्र सरकार कर रही है ओवरटाइम

0
अरूण जेटली

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को फिक्की के सालाना वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए विमुद्रीकरण को देश के लिए आवश्यक बताते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से 50 दिनों का समय मांगा था और इस समयसीमा के अंदर हम स्थिति सामान्य बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं और इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा आम लोगों को हो रही परेशानी को तय समयसीमा के अंदर दूर कर सके इसके लिए केंद्र सरकार ओवरटाइम कर रही है।

इसे भी पढ़िए :  चमकेगा इंडिया: न्यूक्लियर पावर इंडस्ट्री में सबसे बड़ा विस्तार, पहली बार एक साथ 10 न्यूक्लियर रिएक्टर्स को मंजूरी

केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को साहसिक बताते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा, ‘अगर हम बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में भारत को देखें तो मुझे लगता है कि इसमें दुनिया के अन्य देशों से ज्यादा अच्छे बदलाव आ रहे हैं। कुछ साल पहले तक भारत को दुनिया की पांच अस्थिर अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था। आज हालांकि उभरती हुई शक्तियों में भारत को गिना जा रहा है।’

इसे भी पढ़िए :  एक दिन में सिर्फ इतने लोग ही निकाल पा रहे ATM से कैश

वित्त मंत्री ने कहा, ‘देश के दीर्घकालीन लाभ के लिए कुछ फैसले लिए गए हैं। जो कि पहले नहीं हो पा रहे थे।’ उन्होंने कहा कि अगर वैश्विक स्थिति से तुलना करें तो भारत की अर्थव्यवस्था के आंकड़े दुनिया में सबसे बेहतर हैं और रही बात नोटबंदी की तो मुझे लगता है कि इससे बहुत जरूरी शुरुआत हुई है।

इसे भी पढ़िए :  अंतरराष्ट्रीय मुद्रकोष(IMF): नोटबंदी के कारण विकास दर के मामले में पिछड़ जाएगा भारत

वहीं जीएसटी पर जेटली ने कहा कि यह बिल पास होना हमारी बड़ी कामयाबी है। वित्त मंत्री ने कहा, ‘जीएसटी काउंसिल द्वारा 10 बड़े फैसले लिए जा चुके हैं लेकिन भी कई निर्णय लेने हैं। वैसे तो जीएसटी 1 अप्रैल 2017 से लागू हो जाना चाहिए, लेकिन संवैधानिक जरूरतों को देखते हुए यह अप्रैल से लेकर 16 सितंबर के बीच लागू होगा। 16 सितंबर 2017 को टैक्स की मौजूदा व्यवस्था बंद हो जाएगी।