अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF)की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस साल भारत की कीकस में 1 फीसदी की कमी रहने का नुमान है। IMF की इस साल विकास दर 6.6 फीसदी रहने का अनुमान है जबकि पिछले साल विकास दर 7.6 फीसदी थी। कहा जा रहा है कि नोटबंदी के कारण विकास दर में इतनी कमी आई है। हालांकि IMF ने यह उम्मीद भी जताई है कि अगले दो साल में भारत की अर्थव्यवस्था दोबारा पटरी पर लौट आएगी। वहीं आईएमएफ ने भारत के पड़ोसी देश चीन के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है।
IMF के अनुसार विकासशील देशों के बाज़ार आने वाले सालों में अर्थव्यवस्था में तेज़ी दिखा सकते हैं। इससे पहले विश्वबैंक ने भी भारत की विकास दर के अनुमान को कम किया था। वहीं, IMF ने इस साल तथा 2018 के लिए अमेरिका की वृद्धि दर का अनुमान बढ़ा दिया है। IMF का मानना है कि अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी।
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