रेल में सफर करने वाले यात्रियों को एक बार फिर महंगाई की मार के लिए कमर कस लेनी चाहिए। क्योंकि नए साल के मौके पर भारतीय रेलवे एक बार फिर रेल किराए में बढ़ोतरी कर सकती है। उम्मीद है कि रेलवे यात्रियों को सुविधा देने के नाम पर ऐसा कर सकता है। रेलवे अब सब्सिडी खत्म करने के लिए किराए में बड़ा सुधार करने की तैयारी कर रहा है। रेलवे ने यात्री किराया और माल भाड़ा सुझाने के लिए एक स्वतंत्र एजेंसी बनाने का प्रस्ताव रखा है और इसके लिए जल्द ही कैबिनेट की मंजूरी दी जाएगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बारे में इस सप्ताह एक प्रस्ताव कैबिनेट के पास भेजा जाएगा और इस पर अगले सप्ताह तक मंजूरी मिल सकती है। ऐसा होने पर यह रेलवे में सुधार के लिए दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे पहले रेल बजट को आम बजट में विलय करने का फैसला किया गया था। रेलवे को पैसेंजर किराए पर सब्सिडी देने के कारण प्रतिवर्ष लगभग 33,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
प्रस्तावित रेलवे डिवेलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया में एक चेयरमैन और चार मेंबर होंगे। ये रेलवे से नहीं जुड़े होंगे। मंत्रालय को इस बारे में पहले ही कई मंत्रालयों और नीति आयोग से सुझाव मिल चुके हैं।
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