नई दिल्ली। इस साल पांच राज्यों में 4 फरवरी से शुरू होने वाले विधानसभा चुनावों से ठीक तीन दिन पहले संसद में पेश होने वाले आम बजट को लेकर विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंच कर अपना विरोध दर्ज कराया है।
समूचा विपक्ष का आरोप है कि इसके माध्यम से लोक लुभावनी घोषणाएं करके भाजपा मतदाताओं को अपनी तरफ लुभा सकती है। कांग्रेस, बसपा, जदयू, राजद, सपा समेत समूचा विपक्ष गुरुवार(5 जनवरी) को 11 बजे निर्वाचन अयोग के दफ्तर पहुंचे और इस पर रोक लगाने की मांग की।
निर्वाचन आयोग से मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल की नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि एक फरवरी को बजट पेश करने पर रोक लगाई जाए।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार 31 जनवरी से संसद सत्र बुलाती है तो विपक्ष को इस पर किसी भी प्रकार का एतराज नहीं हैं, लेकिन आम बजट 8 मार्च के बाद ही पेश किया जाए ताकि सरकार को मतदाताओं को लुभाने का कोई मौका ना मिले।
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