नोटबंदी: अपने ही आंकड़ों से पलटा आरबीआइ

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आरबीआइ
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नई दिल्ली: पांच सौ और हजार रुपये के वापस हुए पुराने नोटों पर रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की विरोधाभासी बात सामने आ गई है। हाल ही में आरबीआइ ने दिसंबर तक 97 प्रतिशत पुराने नोट वापस आने संबंधी खबरों का खंडन किया था। अब शुक्रवार को जारी मुद्रा प्रसार संबंधी उसके ही साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर तक 15 लाख करोड़ रुपये के पांच सौ व हजार के नोट वापस आ चुके हैं। बीते साल आठ नवंबर की नोटबंदी के बाद सिर्फ 54,000 करोड़ रुपये के पुराने नोट नहीं लौटे हैं।

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यह आंकड़ा इस अनुमान पर आधारित है कि 19 दिसंबर के बाद कोई नये नोट जारी नहीं हुए, जो लगभग असंभव है। इस तारीख के बाद आरबीआइ ने नोट वापसी का कोई औपचारिक आंकड़ा भी जारी नहीं किया है। नोटबंदी के वक्त 15.44 लाख करोड़ के पांच सौ व हजार के नोट चलन में थे। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने खुद ही तब कहा था कि ये नोट कुल करेंसी का 86 फीसद थे।

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इन साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, छह जनवरी तक कुल 8.98 लाख करोड़ रुपये की करेंसी प्रचलन में यानी बाजार में थी। इसमें 500 और 2000 रुपये के नये नोटों के अलावा 100, 50, 20 और 10 रुपये के नोट भी शामिल हैं। इनमें 500 और 1000 रुपये के वह पुराने नोट भी शामिल हैं, जो अभी बैंकिंग सिस्टम में वापस नहीं लौटे हैं।.

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