आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात के उना में पीड़ित दलित परिवारों से मिलने पहुंचे। यहां पीडित परिवारों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पूरे गुजरात में कमजोर लोगों को दबाया जा रहा है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ये लड़ाई दो विचाधाराओं की लड़ाई है। जिसमें एक तरफ गांधी, नेहरु, सरदार पटेल और अंबेडकर हैं और दूसरी तरफ आरएसएस और पीएम मोदी जी।
आपको बता दें कि दलित समुदाय के कुछ लोगों की गत 11 जुलाई को कथित गौरक्षकों की ओर से बर्बर पिटाई की गयी थी जिसके बाद से पूरे राज्य में हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी है।
गांधी ने पीड़ित परिवार के साथ करीब 35 मिनट का समय बिताया और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। राहुल ने पीडित के पिटायी से बने घाव को भी देखा। उन्होंने परिवार की कुछ महिलाओं से भी बातचीत की जो इस दौरान भावुक होकर रोने लगीं।
राहुल गांधी के साथ यहां गुजरात में पार्टी के प्रभारी गुरूदास कामत, दलित समुदाय से आने वाली पार्टी की महिला नेता कुमारी शैलजा और कुछ अन्य नेता भी उपस्थित थे।
इस बीच, कांग्रेस ने राहुल गांधी के दौरे के मौके पर पीड़ितों परिवार के लिए पांच लाख रूपये की सहायता राशि की भी घोषणा की। राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने भी पीड़ित परिवार को दो लाख रूपये की सहायता देने की घोषणा की थी।
वही भाजपा ने राहुल के इस दौरो को राजनीतिक तीर्थयात्रा और फोटो खिंचवाने का दौरा बताया है।
सुचना और प्रसारण मंत्री वैंकया नायडू ने विपक्ष भाजपा से डर गया है। क्योंकि दलित तबका भाजपा और मोदी की सरकार के तरफ बड़े पैमाने पर जुड़ रहा है।
आगे नायडू ने कहा कि राहुल गांधी के पास केरल में दलित लड़की के रेप और मौत पर जाने का समय नहीं मिलता है। राहुल कहां थे जब यूपीए सरकार में दलितों पर हमले हो रहे थे।