जम्मू कश्मीर : किस किस से लड़े सेना, जब आतंकियों के साथ चल रहा था एनकाउंटर तब सेना पर बरसाए जा रहे थे पत्थर

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कश्मीर
फोटो एबीपी से साभार

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है। यहां हिजबुल के तीन से चार आतंकी गांव में छिपे हैं और रुक-रुककर फायरिंग कर रहे हैं। आतंकियों के साथ एनकाउंटर में पुलिस का एक जवान शहीद हो गया है। एनकाउंटर में सेना के एक मेजर को भी गोली लगी है। सेना ने उस घर को उड़ा दिया है जिसमें आतंकी छिपे थे। अभी तक एक आतंकी के भी मारे जाने की खबर है।

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इन आतंकियों से एनकाउंटर करने पहुंचे सुरक्षाबलों पर गांव के कुछ लोगों ने पत्थरबाजी कर दी। सेना के जवान गांव में छिपे आतंकियों की तलाश में पहुंचे थे लेकिन सर्च ऑपरेशन के दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने उन पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए।

एनकाउंटर के दौरान सेना पर पत्थरबाजी की ये पहली घटना नहीं है। जम्मू कश्मीर में आतंकियों को एनकाउंटर से बचाने के लिए उनके मददगार इस तरह की हरकत पहले भी कर चुके हैं।

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सेना प्रमुख ने आतंकियों के इन मददगारों को कड़ी चेतावनी भी दी थी। सेना प्रमुख ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि कश्मीर में जो स्थानीय लोग आतंकियों का साथ दे रहे हैं, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा सख्त रुख के साथ कहा था कि कश्मीर में अगर पत्थर चलाओगे तो गोली खाओगे।

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सेना प्रमुख का यह बयान पिछले महीने हंदवाड़ा की उस मुठभेड़ के बाद आया था जिसमें सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे। इसी तरह आतंकियों को बचाने के लिए लोगों ने पत्थर बरसाए थे और इस दौरान छिपे हिए आतंकियों ने हमारे जवानों को निशाना बनाया था।