पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने आज सांसदों और विधायकों से भावुक अपील करते हुए कहा कि वे राष्ट्रपति चुनाव में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट डालें। कुमार ने राष्ट्रपति पद के निर्वाचक मंडल से यह अपील अपना नामांकन-पत्र दायर करने से पहले की है, वह 28 जून को अपना पर्चा दाखिल करेंगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 28 जून ही है, आप को बता दें कि इससे पहले भी साल 1974 के राष्ट्रपति चुनाव में वी. वी. गिरि के पक्ष में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अपील से सीख लेते हुए कुमार ने कहा, यह वह पल है जब आपको अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए और देश की दिशा तय करनी चाहिए।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा, “राष्ट्रपति संविधान की रक्षा एवं बचाव करने का संकल्प लेता है, जो हमारे देश की ऋढ़रज्जु है। यह वही संविधान है, जो मुझे और अनगिनत लोगों को हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रेरित करता है।” मीरा कुमार ने निर्वाचक मंडल के सदस्यों से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की और कहा कि यह निर्वाचकों के लिए इतिहास रचने का अनूठा मौका है।
उन्होंने कहा कि जाति प्रथा ने आज भी भारतीय संस्कृति एवं राजव्यवस्था को जकड़ रखा है। इन दोनों संघर्षो की प्रकृति ने मेरी संवेदनाओं, मेरे विचारों और मेरे कदमों को काफी प्रभावित किया। कुमार ने कहा कि अपने सार्वजनिक जीवन के दौरान वह भारत के संस्थापकों की ओर से पेश किए गए उदाहरणों से प्रेरित रही हैं, भले ही उनके राजनीतिक जुड़ाव किसी से भी रहे हों।