धोनी बोले, ‘मैं पुरानी शराब की तरह, वक्त के साथ बेहतर होता जा रहा हूं’

0
धोनी
फाइल फोटो

टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को हरा कर सीरीज का तीसरा वनडे भी अपने नाम कर लिया है। भारत ने अब सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है। टीम इंडिया ने कल 93 रनों से वेस्टइंडीज को शिकस्त दे दी। वेस्टइंडीज की पूरी टीम 38.1 ओवर में 158 रन बनाकर आल आउट हो गई। भारत की इस जीत में महेंद्र सिंह धोनी ने अपने नाम एक और उपलब्धि दर्ज कर ली है। वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे में 78 रनों की मैच जिताऊ पारी खेलने के दौरान उन्होंने पूर्व कप्तान अजहरुद्दीन को पीछे छोड़ दिया। महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी में बीते कुछ समय से निरंतरता का अभाव रहा है लेकिन वह खुद को शराब की तरह मानते हैं जिसका स्वाद वक्त के साथ-साथ बेहतर होता जाता है।

इसे भी पढ़िए :  सर्जिकल स्ट्राइक पर सहवाग के ट्वीट पर आया शाहिद अफरीदी का जवाब

 

 

धोनी से जब पूछा गया कि आखिर कैसे वह वक्त के साथ-साथ बेहतर होते जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा ‘यह शराब की तरह है’। मुश्किल विकेट पर ऐसी पारी खेलना वाकई संतोषजनक रहा। धोनी ने कहा, ‘पिछले करीब एक-डेढ़ साल से हमारा टॉप ऑर्डर ही ज्यादातर रन बना रहा है तो ऐसे में मौका मिलना और रन बनाना अच्छा लगता है।’ वनडे के बेस्ट फिनिशर कहे जाने वाले धोनी ने कहा कि इस विकेट पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था और यही इस पारी को खास बनाता है।

इसे भी पढ़िए :  वीडियो में देखिये भारत-इंग्लैंड वनडे सीरीज पर सहवाग का 'वीरूज्ञान'

 

 

धोनी ने कहा, ‘इस विकेट पर असमान उछाल और गति थी। उस समय साझेदारी बनाना महत्पूर्ण था। मेरे दिमाग में 250 का लक्ष्य था, केदार और मेरी साझेदारी के दम पर हम वहां तक पहुंच गए। बोलर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया।’

इसे भी पढ़िए :  श्रीलंका के कैप्टन उपुल थरंगा पर दो मैच का बैन, श्रीलंका की मुश्किलें और बढ़ी

 

 

विकेट के पीछे से कई बार धोनी अश्विन और कुलदीप को निर्देश देते सुने गए। इस बारे में उनका कहना है, ‘स्पिनर्स को गाइड करते रहना जरूरी है। कुलदीप ने आईपीएल में काफी गेंदबाजी कर चुके हैं पर जब बात इंटरनैशनल क्रिकेट की आती है तो आपको यह मालूम होना चाहिए कि आखिर वैरायटी का इस्तेमाल कहां करना चाहिए। जब वह 5-10 मैच खेल लेंगे तो उन्हें खुद इस बात का अहसास होगा। अच्छी बात यह है कि पिछले मैच के मुकाबले उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की।’