पाकिस्तान की ‘मदर टेरेसा’ के नाम से मशहूर जर्मन डॉक्टर डॉ ‘रुथ फाउ’ का कराची में एक निजी अस्पताल में गुरुवार निधन हो गया। वह 87 साल की थीं। कुष्ठ उन्मूलन के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली डॉ. फाउ पहली बार 1960 में पाकिस्तान आईं थीं और कुष्ठ पीड़ितों के लिए काफी काम किया था। यही नही उन्होंने उनके उपचार के लिए यहीं बसने का फैसला भी कर लिया था।
डॉ. फाउ के कोशिशों के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1996 में पाकिस्तान का नाम एशिया में सबसे पहले कुष्ठ मुक्ति वाले देशों में घोषित किया।
































































