नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाउन हॉल कार्यक्रम में कहा, ‘जिसकी ज़िम्मेदारी उसकी ही जवाबदेही होनी चाहिए.’ टाउन हॉल में पीएम ने आम लोगों के सवालों के जवाब भी दिए और कहा कि गांव को मरने नहीं देना चाहिए. पढ़ें 10 खास बातें…
- गौरक्षा के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकानें खोल बैठे हैं, मुझे बहुत गुस्सा आता है. कुछ लोग जो असमाजिक कामों में लिप्त रहते हैं, वे गौरक्षक का चोला पहन लेते हैं, राज्य सरकारें ऐसे लोगों का डॉजियर तैयार करें.
- राजनीति में चुनाव जीतने के बाद सराकर का ध्यान अगले चुनाव की ओर लग जाता है और उसकी योजनाएं उसी के आधार पर बनती हैं कि अपना जनाधार कैसे बढ़ाया जाए. इस उद्देश्य से कारवां बीच में रुक जाता है.
- राय बनाने वाले पंचायत केमामले में भी पीएम को जवाबदेह बना देते हैं, राजनैतिक तौर पर तो यह ठीक है. लेकिन इससे पंचायत अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं करती. जो करे उससे जवाब मांगें, नीचे या ऊपर वाले से नहीं, जिसकी जिम्मेदारी हो उसकी जवाबदेही हो.
- भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है, भारत ने दो भीषण अकाल झेले हैं. पूरी दुनिया में खरीदने की क्षमता गिरी है. ऐसी स्थिति में 7.5 फीसदी की विकास दर हासिल करना सराहनीय. 8 फीसदी से ज्यादा विकास दर अगर पाई तो दुनिया आपके कदमों में होगी.
- बचपन से सुनते आए हैं, हेल्थ इज वेल्थ, डिनर टेबल पर सब डाइटिंग की बात करते हैं. एक जमाना था जब गांव में एक वैद्य था और सब ठीक रहते थे. हम प्रिवेंटिव हेल्थ के प्रति उदासीन हैं, इस पर बल देना होगा.
- पीने का शुद्ध पानी मिले तो आधी बीमारियां ठीक हो जाएंगी, मेरा स्वच्छता मिशन इसी ओर एक कदम है. अफोर्डेबल हेल्थकेयर भी बहुत जरूरी है.
- टीकाकरण के लिए खरबों के विज्ञापन दिए जाते हैं, फिर भी लाखों का टीकाकरण नहीं होता. सरकारी सुविधा होने के बावजूद बच्चों ने लाभ नहीं लिया.
- परंपरागत खेती को तरीकों को तुरंत छोड़ना होगा. ऐसा न सोचें कि हमारा कृषि क्षेत्र गया-बीता है. कृषि जगत के लोगों को अधुनिक कृषि से जोड़ना होगा.
- हमारी कोशिश है कि किसान को उसकी जमीन का हेल्थ कार्ड मिले, सस्ते में बीज लेने के लोभ में फंस जाता है किसान, अनाप-शनाप कीटनाशकों का प्रयोग खतरनाक.
- भारत में समाजसेवा सिखानी नहीं पड़ती, ये हमारे स्वभाव में है. आत्मा गांव की रहे, सुविधाएं शहर की हों, इसके लिए हमने RURBAN योजना शुरू की.