आज RTI दिवस है। भारत में RTI लागू गुए पूरे दस साल हो गए हैं। पिछले दस सालों में देश भर के सिर्फ 0.3 प्रतिशत लोगों ने RTI लगाई है। आरटीआई पर काम करने वाली संस्था कॉमनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव (सीएचआरआई) की एक रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है।
संस्था ने केंद्रीय और 14 राज्य सूचना आयोगों की वार्षिक रिपोर्ट के अध्ययन में पाया कि सिर्फ 0.3 प्रतिशत लोगों ने आरटीआई आवेदन लगाए। जबकि भारत में RTI 12 अक्टूबर 2015 को लागू कर दिया गया था। सीएचआरआई के प्रोग्राम कॉर्डिनेटर वेंकटेश नायक ने बताया कि केंद्रीय सूचना आयोग और छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मेघालय, सिक्किम, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू व कश्मीर प्रदेश, कर्नाटक, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान, उत्तराखंड, असम, पश्चिम बंगाल के राज्य सूचना आयोगों की वेबसाइट की 2014-15 की वार्षिक रिपोर्ट के आधार पता चलता है कि कुल 26 लाख आरटीआई फाइल की गई हैं।
इन दस सालों में देश में RTI के द्वारा कई बड़े खुलासे भी किए गए।
आगे की स्लाइड्स में देखिये पिछले दस सालों में RTI से हुए बड़े खुलासों के बारे में-