जब प्रॉड्यूसर सरकार से पूछा गया कि उन्होंने इस फिल्म का नाम पिंक क्यों रखा तो उन्होंने जवाब दिया था कि जब लोग फिल्म देखेंगे तो खुद आसानी से समझ जाएंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लोग सिनेमाहॉल से निकले और इसका वही मतलब समझते रहे जो सामान्य तौर पर पिंक का लिया जाता है।
पिंक नाम रखने के पीछे यह भाव था कि समाज के पुरुषों के लिए हर महिला वेश्या है जिसके साथ जब वह चाहे सेक्स कर सकते हैं, पिंक को एक स्लैंग या गाली के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। ऑनलाइन कई डिक्शनरियों में पिंक का संदर्भ महिलाओं के प्राइवेट पार्ट वजाइना में फोर्सफुली या जबरन पेनिस के प्रवेश से है। पुरुषों के लिए महिला के नो का मतलब नो नहीं होता है।
अगली स्लाईड में देखे पिंक का ऑफिशियल ट्रेलर