एटीएस आंतकवाद के नाम पर मुसलमानों को आतंकित कर रही है: शरद पवार

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शरद पवार

 

दिल्ली:

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने आज आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की यह कह कर आलोचना किया कि यह दस्ता मुसलमानों पर अत्याचार कर रहा है। पवार ने एटीएस पर आरोप लगाया कि एटीएस अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को महज संदेह के आधार पर आतंकित करने और उन्हें ‘अवैध हिरासत’ में रखता है।
पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विभिन्न मुस्लिम संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रहा 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हाल में मुझसे मिला और शिकायत की कि एटीएस आईएसआईएस और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के नाम पर मुस्लिम युवकों को आतंकित कर रही है। इस प्रतिनिधिमंडल ने आईएसआईएस की जोरदार निंदा की और कहा कि उनके समुदाय के युवा कभी उनकी गतिविधियों का समर्थन नहीं करेंगे।’’ पवार ने दावा किया कि मराठवाड़ा क्षेत्र में ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले हैं जहां युवाओं को जांच एजेंसी ने संदेह के आधार पर उठाया और अवैध हिरासत में रखा।

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महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कानून के अनुसार किसी गिरफ्तार व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसे मामले रहे हैं जहां 120 घंटे के बाद भी हिरासत में लिए गए लोगों को निर्जन स्थान पर रखा गया है और छोड़ा नहीं गया है। सरकार को इसका गंभीरता से संज्ञान लेने की आवश्यकता है।’’

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पवार ने कहा कि अगर युवाओं को गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें तत्काल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाना चाहिए। तत्काल आरोप पत्र दायर किए जाने चाहिए और फास्ट ट्रैक अदालत में उनके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अपराधी की कोई जाति या मजहब नहीं होता। एक खास समुदाय का लेबल चस्पा नहीं किया जाना चाहिए।’’

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पवार के इस बयान पर अन्य पार्टियों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा कि राकांपा नेता ने अक्सर सांप्रदायिक और जातिवादी राजनीति की है और उन्हें उपदेश देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

एआईएमआईएम विधायक वारिस पठान ने कहा कि पवार ‘अपनी मन मर्जी के स्मृति लोप’ से पीड़ित हैं और जानना चाहा कि उन्होंने मामलों में फंसे निर्दोष मुस्लिमों की रक्षा के लिए उस वक्त क्या किया था, जब वह राज्य की सत्ता में थे।