इंटेलीजेंस ब्यूरो यानी आईबी के इनपुट पर सक्रिय हुई यूपी एटीएस ने बड़ा खुलासा किया है। दरअसल हाल ही में नोएडा से गिरफ्तार नक्सलियों को रिमांड पर लेकर एटीएस ने उनसे गहन पूछताछ की। इसमें चारों नक्सलियों का आतंकवादी कनेक्शन सामने आया है। इस खुलासे के बाद एटीएस अधिकारी भी हैरान रह गए। नक्सलियों ने बताया कि उनके तार आतंकवादियों से जुड़े हैं और दहशतगर्दों की मदद के इरादे से ये लोग नोएडा आए थे।
टीएस के अधिकारी का दावा है कि आरोपी दिल्ली-एनसीआर में पांव पसारने के बाद रुपयों के लिए दो बड़े आतंकवादी संगठनों को हथियार व विस्फोटक पदार्थ सप्लाई करने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही नक्सलियों के मंसूबों पर एटीएस ने पानी फेर दिया और अंतरराष्ट्रीय स्तर की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।
यूपी एटीएस के डीएसपी डा. अनूप कुमार ने बताया कि नक्सलियों से पूछताछ के दौरान आतंकवादी कनेक्शन पाए गए हैं। अपहरण, लूट, उगाही, रंगदारी आदि के बाद जब इन नक्सलियों के पांव दिल्ली-एनसीआर में जम जाते तो वह यहां से आतंकवादी संगठनों को हथियार व विस्फोटक पदार्थ सप्लाई करके एवज में आतंकवादी संगठनों से मोटी रकम वसूले जाने की साजिश थी।
इन नक्सलियों के लिंक बिहार, यूपी के चंदौली व अन्य जिलों में हैं। इनकी इतनी मजबूत पकड़ है कि वहां से यह भारी खेप में हथियारों का सौदा करके आतंकवादी को आसानी से उपलब्ध करा देते।
पूछताछ में ये भी पता चला है कि बिहार में सुनील रविदास की बहन की शादी हुई है। सुनील बिहार के सहरसा व अन्य स्थानों पर बहन से मिलने के बहाने जाता था। उसका धीरे-धीरे वहां के नक्सलियों से मेल मिलाप हुआ।
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