दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल शाहखर्ची के नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहे हैं। कभी दिल्ली सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर फरवरी में 12 हजार रुपये थाली की दावत घर पर पार्टी नेताओं को देते हैं तो कभी छोटी-छोटी बातों की बखान करती महंगी होर्डिग्स से दिल्ली को पाट देते हैं।
बड़ी बात ये है कि चाहे ताज पैलेस होटल की ओर से 12 हजार थाली का खाना हो या फिर सोशल मीडिया पर लाइक्स बटोरने का खेल, हर जगह केजरीवाल ने अपनी जेब से नहीं बल्कि आम आदमी की जेब का पैसा ही लुटाया।
देखिए – छवि चमकाने के लिए केजरीवाल ने कब कितना रुपया किया खर्च
दरअसल फेसबुक, यू-ट्यूूब, गूगल आदि विज्ञापन की सुविधा देते हैं। तय रेट पर एक निश्चित संख्या के लोगों तक संदेश पहुंचाया जाता है। मसलन फेसबुक पर अगर किसी पेज को जिस एरिया तक फाइनेंस किया जाएगा, उस एरिया के सभी फेसबुक अकाउंट होल्डर तक वह पेज पहुंचेगा। टॉक टू एके प्रोग्राम पर खर्च विवरण के मुताबिक टॉक टू एके फेसबुक पेज को आठ जुलाई से उसे स्पांसर्ड किया गया। छह लाख रुपये प्रतिदिन की दर से फेसबुक को भुगतान हुआ। यू ट्यूब पर 14 जुलाई से 12 लाख रुपये प्रतिदिन का विज्ञापन 20 लाख लाइक्स लोगों तक पहुंचने के लिए दिया गया। इसी तरह गूगल डिस्प्ले एड नेटवर्क को 40 लाख लोगों तक संदेश पहुंचाने के लिए 14 जुलाई से 10 लाख प्रतिदिन के हिसाब से पैसा दिया गया।