दाना मांझी की मदद को बहरीन सरकार आगे आई है। दूतावास से चेक लेने को उन्हें दिल्ली आना पड़ा जहां बहरीन दूतावास से उन्हें यह चेक दिया गया। इसके अलावा एक एनजीओ भी दाना मांझी की मदद के लिए आगे आई है। दिल्ली के फाइव स्टार होटल अशोक में दाना मांझी को लेकर कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज नाम की एनजीओ के लोग पहुंचे। इससे पहले दाना मांझी ने ओडिशा से बाहर पैर नहीं रखा था। इस बार मांझी हवाईजहाज से दिल्ली पहुंचे हैंं।
दाना मांझी के बच्चों को कलिंगा इंस्टीट्यूट एनजीओ ने अपने संस्थान में पढ़ाने का फैसला किया है। मांझी के तीन बच्चे 13 साल की चांदनी, 7 साल की सोनई और 4 साल की प्रमिला है।
सुलभ इंटरनेशनल ने मांझी के नाम 5 लाख रुपये का एफडी किया है। वह हर महीने उनको बड़ी बेटी की शादी हो जाने या रोजगार करने लायक होने तक 10,000 रुपये देगी। मांझी को जिला प्रशासन से 30,000 रुपये और एक बोरी चावल मिला है। महाराष्ट्र के एक शख्स ने उनको 80,000 रुपये दिए हैं और राज्य सरकार से इंदिरा आवास के तहत 75,000 के साथ लगभग 4 डिसमिल जमीन मिली है। अब मांझी को बहरीन के प्राइम मिनिस्टर से नौ लाख रुपये मिल रहे हैं। मांझी ने कहा, ‘मैं दिल्ली इसलिए आया कि राजा मुझे यह चेक देना चाहते थे।’ वह इन पैसों से बेटियों को पढ़ाना और अपने लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (पूर्ववर्ती इंदिरा आवास योजना) से एक पक्का मकान बनवाना चाहते हैं।
वीडियो में देखिए – कैसे बीवी की लाश को कंधे पर रखकर, 12 किलोमीटर पैदल चला था दाना मांझी
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