भारत-ब्रिटेन ने आतंकवाद से मुकाबला करने का लिया संकल्प

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फोटो: साभार

नई दिल्ली। तीन दिनी भारत यात्रा पर आई ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की द्विपक्षीय वार्ता में कई मसलों पर सहमति बनी है।

इनमें सबसे अहम भगोड़ो शराब कारोबारी विजय माल्या और आईपीएल घोटाले के आरोपी ललित मोदी समेत 57 आरोपियों के प्रत्यर्पण, भारत में ब्रिटेन द्वारा 1 अरब पाउंड (83 अरब रुपए) के निवेश, आतंकवाद के साथ ही वीसा व अन्य तमाम घरेलू मुद्दों पर भी रणनीतिक वार्ता शुरू करने पर सहमति बनी है।

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दोनों देशों ने सोमवार(7 नवंबर) को आतंकवाद से मुकाबला करने और उनको बढ़ावा देने वाले आतंकवादी समूहों तथा लोगों को न्याय की जद में लाने का संकल्प जताया। इसके साथ ही भारत-ब्रिटेन ने एक दूसरे के भौगोलिक क्षेत्र में भगोड़ों को कानून से बचने का मौका नहीं देने पर सहमति जताई।

करीब तीन घंटे की विस्तृत बातचीत के बाद दोनों प्रधानमंत्री व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने पर भी सहमत हुए। थेरेसा ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से विस्तृत बातचीत की। अधिकारियों ने उन 57 भगोड़े लोगों की सूची ब्रिटेन को सौंपी जो भारत में वांछित हैं। साथ ही उद्योगपति विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पित किए जाने की उम्मीद भी जताई जो धनशोधन मामले में आरोप का सामना कर रहे हैं।

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दोनों नेताओं ने व्यापार को बढ़ावा देने और वीजा व्यवस्था को सरल बनाने के अलावा सुरक्षा तथा रक्षा सहयोग सहित विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया। दोनों नेताओं ने साझा हितों वाले क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की।

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उन्होंने दक्षिण एशिया को स्थिर, खुशहाल और आतंकवाद से मुक्त होने की आवश्यकता पर भी बल दिया तथा सभी देशों से इस लक्ष्य की दिशा में काम करने का आह्वान किया। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के तौर पर थेरेसा मे यूरोप के बाहर अपने पहले द्विपक्षीय दौरे पर भारत आई हैं।