क्या होगा अगर पाकिस्तान से वापस लिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा ?
यदि भारत पाकिस्तान से मोस्ट फवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेता है तो पाकिस्तान को कई मसलों पर भारत का समर्थन नहीं मिल सकेगा और पाकिस्तान को परेशानियां आने लगेंगी।
इससे पहले भी सरकार पाकिस्तान को अलग-थलग करने का ऐलान कर चुकी है। मेघवाल ने कहा कि भारत व्यापार संबंधों से अधिक तवज्जो देश की सुरक्षा को देता है। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया गया, उस वक्त स्थिति अलग थी, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये पहली बार है जब भारत पाक के एफएफएन स्टेट्स को रिव्यू कर रहा है। इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी सहित बीजेपी के कई नेता और रिटायर्ड सैनिक पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा वापस लेने के लिए सरकार से अपील कर चुके हैं।
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल व विदेश सचिव एस जयशंकर के साथ अन्य शीर्ष अधिकारियों से इस बात पर भी सलाह-मशविरा किया था कि क्या पाकिस्तान से की गई दशकों पुरानी सिंधु जलसंधि को नए सिरे से परिभाषित करना चाहिए।
वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन और इंटरनेशनल ट्रेड नियमों को लेकर एमएफए स्टेट्स दिया जाता है। एमएफएन स्टेट्स दिए जाने पर दूसरे देश इस बात को लेकर आश्वस्त रहता है कि उसे व्यापार में नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का दर्जा दिया था। इसकी वजह से पाकिस्तान को अधिक आयात कोटा और कम ट्रेड टैरिफ मिलता है। हालांकि, बदले में पाकिस्तान ने आश्वासन देने के बावजूद भारत को अब तक एमएफएन दर्जा नहीं दिया है।
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