कश्मीर के उरी में हमले के बाद अब पूर्वोत्तर के राज्यों में भी आतंकियों की घुसपैठ का मामला सामने आया है। जहां कोलकाता के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने छह आतंकियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। (एसटीएफ) ने पूर्वी व पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के छह आतंकियों को गिरफ्तार कर देश में बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम किया है। गिरफ्तार आतंकियों में से तीन बांग्लादेशी नागरिक और तीन बांग्लादेशी मूल के भारतीय नागरिक हैं। दो साल पहले बर्दवान में हुए धमाकों के सिलसिले में पुलिस को इनमें से पांच की तलाश थी। एसटीएफ के संयुक्त आयुक्त विशाल गर्ग ने सोमवार को यहां इसकी जानकारी दी।
गर्ग ने बताया कि यह गुट इलाके में आतंकी हमले की योजना बना रहा था। इसके साथ ही बांग्लादेशी युवकों को कट्टरपंथ का पाठ पढ़ाने में भी जुटा था। उन्होंने कहा कि गुट के सदस्यों का सोशल मीडिया, मोबाइल फोन या कोई तकनीक इस्तेमाल नहीं करने की वजह से पकड़ा जाना मुश्किल था।
फिलहाल पुलिस को कुछ और लोगों की तलाश है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, इस बात की जांच की जा रही है कि गुलशन हमले में उनका हाथ था या नहीं और क्या इस्लामिक स्टेट के साथ उनका कोई संबंध है? पुलिस ने इन आतंकियों के कब्जे से सफेद पाउडर जैसा विस्फोटक जब्त किया है। इसे जांच के लिए भेजा गया है। विस्फोटकों को कोलकाता लाते समय ही इन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा बिजली के कई सर्किट और बोर्ड, विस्फोटकों में इस्तेमाल होने वाले सर्किट, फर्जी कागजात, भारत व बांग्लादेश की फर्जी मुद्रा और किसी रूबेल हुसैन के नाम से जारी एक ट्रेड लाइसेंस भी बरामद किया गया है। गर्ग ने बताया कि आतंकियों के कब्जे से रासायनिक तत्वों के अलावा मेमोरी कार्ड, लैपटॉप और कुछ मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।
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