नई दिल्ली। मशहूर उद्योगपति व रुइया समूह के चेयरमैन पवन रुइया को पश्चिम बंगाल पुलिस की सीआईडी ने शनिवार(10 दिसंबर) को दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, रुइया को कोलकाता के दमदम में उनके एक कारखाने में आग लगने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, रुइया जेसप ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के मालिक हैं। उनके कारखाने में भीषण आग लगने के बाद राज्य सरकार के मंत्रियों ने घटनास्थल का दौरा किया था। उस दौरान दोनों ने षड्यंत्र के तहत आग लगाये जाने की आशंका जताई थी, जिसकी फॉरेंसिक जांच के बाद पुष्टि भी हो गई।
इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीआईडी जांच का निर्देश दिया था, पुलिस ने उनकी फैक्ट्री में आग लगने के सिलसिले में चार बार समन भेजा था, लेकिन रुइया पुलिस के सामने उपस्थित नहीं हुए। बार-बार समन भेजने के बाद भी हाजिर न होने पर पुलिस ने कोर्ट जाकर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट ले लिया।
इस बीच रुइया ग्रुप के प्रवक्ता ने ताजा घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि पवन रुइया जेसॉप एंड कंपनी लि. में कोई पदधारक नहीं हैं। हम यह समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्हें कैसे और क्यों इस केस में घसीटा गया। हम उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों का जवाब कानूनी प्रक्रिया के तहत देंगे।