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इस मिशन की खास बात यह है कि इसमें उपग्रहों को अलग-अलग ऊंचाई वाली कक्षाओं में स्थापित किया जायेगा। यह पीएसएलवी का 37वां प्रक्षेपण होगा जबकि एक्सएल मोड में यह इसकी 15वीं उड़ान होगी। इसमें मुख्य उपग्रह स्कैटसैट-1 होगा जिसका वजन 377 किलोग्राम है। यह सामुद्रिक तथा मौसम संबंधी अध्ययन में सहायक होगा।
स्कैटसैट-1 को 720 किलोमीटर की ऊंचाई वाली कक्षा में तथा अन्य उपग्रहों को 670 किलोमीटर की ऊंचाई वाली कक्षा में स्थापित किया जायेगा। यह पहली बार है जब पीएसएलवी एक ही मिशन में उपग्रहों को दो अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित करेगा।
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