इस प्रॉजेक्ट में 250 छात्रों ने योगदान दिया है।’ इसरो के सहयोग वाले इस प्रॉजेक्ट पर 1.5 करोड़ का खर्चा आया। खास बात यह है कि इस सैटेलाइट का ग्राउंड स्टेशन भी कॉलेज में ही बनाया गया है। यह स्टेशन सैटेलाइट कंट्रोल करने के उद्देश्य से बनाया गया है। PISAT करीब 5 किलो का है और इसमें 80 मीटर रेज़ॉलूशन के कैमरे लगे हुए हैं।