सरकार अब थल सेना में अलग से महिला बटालियन खड़ी करने पर विचार कर रही है। नौसेना के जहाजों, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और सैनिक स्कूलों में भी महिलाओं को मौका मिल सके, इसके लिए तैयारी की जा रही है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने महिला बटालियन बनाने और महिलाओं को युद्धक पोत पर तैनात करने का विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों में महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल करने के बाद से मनोवैज्ञानिक बाधा दूर हो गई है। साथ ही पर्रिकर ने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के माध्यम से महिलाओं को सशस्त्र बलों में शामिल किए जाने और सैनिक स्कूलों में लड़कियों को प्रवेश देने पर विचार किया जा सकता है। भारत झांसी की रानी और दुर्गा जैसी महिलाओं का देश है, लेकिन कई कारणों से महिलाओं को दूर रखा जाता है।