पलक झपकते ही बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में गुम हुआ 3.5 करोड़ कैश, CISF पर उठे सवाल

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कैश

नोटबंदी के बाद सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स यानी CISF और इनकम टैक्स एजेंसियों को अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा। मामला 3.5 करोड़ का है और शक के शिकंजे ंमें देश की दो बड़ी एजेंसियां हैं।

दरअसल दिमापुर, नगालैंड में मंगलवार को एक प्राइवेट चार्टर्ड फ्लाइट से 3.5 करोड़ रुपये के 500 और 1000 रुपये के नोट जब्त किए गए थे। जिसके बाद ये भारी भरकम रकम गुम हो गई है।

इंटेलिजेंस ब्यूरो की तरफ से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर दिमापुर एयरपोर्ट पर सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्यॉरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) के जवान ने यह नकदी जब्त की थी। पैसे जब्त किए जाने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए स्थानीय इनकम टैक्स स्टाफ को बुलाया गया।

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इनकम टैक्स अधिकारी का दावा किया कि यह पैसा सीआईएसएफ के पास था। वहीं, सीआईएसएफ के अधिकारी इस वाकये से दंग रह गए क्योंकि आईटी ऑफिसर ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनका नकदी के गायब होने से कुछ लेना-देना नहीं है। सीआईएसएफ ने इस मामले की जानकारी इंटेलिजेंस ब्यूरो और सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स विभाग को दे दी है। रकम ले जा रहे प्लेन में बिहार का एक बिजनेसमैन अमरजित कुमार सिंह सवार था, जिसके पास से यह पैसा मिला है। हरियाणा के हिसार से आए इस चार्टेड प्लेन को वापस नई दिल्ली भेज दिया गया।

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एक सूत्र के मुताबिक, अमरजित ने सीआईएसएफ को बताया था कि दिल्ली के किसी बड़े आदमी ने यह पैसा नगालैंड के एक बिजनेसमैन के लिए भेजा था। दीमापुर लैंड करने वाले इस प्लेन में अमरजित सिंह के साथ एक अन्य महिला भी सवार थी। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन पर प्रहार करते हुए हाल ही में 500 और 1000 के पुराने नोटो को चलन से बाहर कर दिया। ऐसे में लोग कालेधन को ठिकाने लगाने में लगे हुए है। हरियाणा और इसकी सीमाओं पर इन दिनों चैकिंग चल रही है, मगर कुछ लोग नकदी को ठिकाने लगाने के लिए अब हवाई मार्ग का रास्ता भी अपनाने लगे हैं।

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