Use your ← → (arrow) keys to browse
अजीज ने कहा कि हिंद महासागर में मिलिट्राइजेशन, बेहद खतरनाक हथियारों को जुटाना, मिसाइल कैपेबिलिटीज को बढ़ाना और विदेशी सेना की मौजूदगी महासागर की शांति के लिए सबसे बड़ी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि इनके अलावा इस इलाके में समुद्री डकैतियां, गैरकानूनी मछली पकड़ना, मानव-ड्रग्स-हथियारों की तस्करी, पॉल्युशन और क्लाइमेट चेंज समुद्र से जुड़ीं बड़ी चुनौतियां हैं।
आपको बता दें कि इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटजिक स्टडीज इस्लामाबाद की तरफ से पिछले साल एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। जिसमें कहा गया था कि भारत के पास 356 से 492 न्यूक्लियर बम बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री और तकनीकी क्षमता है।
अबतक की बड़ी सुर्खियों से खुद को रखें अपडेट, नीचे वीडियो में देखिए – good morning cobrapost
Use your ← → (arrow) keys to browse