फ्रांसीसी सरकार के सूत्रों के अनुसार भारतीय स्कॉर्पीन सबमरीन्स से जुड़े गोपनीय दस्तावेज फ्रांसीसी कॉन्ट्रैक्टर डीसीएनएस के पास से लीक नहीं हुए हैं, बल्कि इन्हें चुराया गया है। हालांकि सूत्र ने यह भी कहा कि स्कॉर्पीन पनडुब्बी से जुड़ी जो जानकारी अब तक प्रकाशित हुई है, वह बहुत महत्वपूर्ण नहीं है और सिर्फ उसकी ऑपरेशनल जानकारियों के बारे में ही है। बुधवार को ‘द ऑस्ट्रेलियन’ न्यूजपेपर की ओर से फ्रांस की मदद से भारत में तैयार हो रही इन सबमरीन्स के महत्वपूर्ण डेटा लीक होने की खबर दी थी। इसके बाद फ्रांस और भारत ने मामले की जांच का आदेश दिया है।
फ्रांस सरकार के सूत्र ने कहा, ‘यह लीक नहीं है, बल्कि चोरी का मामला है।’ सूत्र ने बताया, ‘हमने अपनी जांच में डीसीएनएस की कोई खामी या लापरवाही नहीं पाई है, लेकिन हमें पता चला है कि व्यक्ति ने निजी तौर पर यह अपराध किया है।’ सूत्र के मुताबिक संभवत: इन दस्तावेजों को 2011 में एक पूर्व कर्मचारी द्वारा चोरी किया गया था। इस एंप्लॉयी को भारत में ट्रेनिंग कार्यक्रम के दौरान हटा दिया गया था।
सूत्र ने कहा कि यह दस्तावेज गोपनीय नहीं थे। अभी तक जो डेटा प्रकाशित किए गए हैं, वह सिर्फ सबमरीन्स की ऑपरेशनल जानकारियों के बारे में है।