दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अधिकारी को जासूसी के आरोप में हिरासत में लिया है। महमूद अख्तर नाम का यह अधिकारी उच्चायोग के वीजा विभाग में काम करता था। पुलिस के मुताबिक, वह सेना और रक्षा विभाग की खुफिया जानकारी पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई को देता था। पुलिस ने अख्तर के अलावा दो अन्य भारतीय नागरिकों को भी पकड़ा है, जिनपर महमूद की मदद का आरोप है। हालांकि राजनयिक छूट प्राप्त होने की वजह से अख्तर को रिहा कर दिया गया है, मगर सरकार ने उसे भारत छोड़ देने को कहा है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर, क्राइम ब्रांच आरएस यादव ने अख्तर के बारे में कई खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि अख्तर ने खुद के चांदनी चौक का निवासी होने का दावा किया, मगर सख्ती से पूछताछ के बाद उसने कबूल लिया कि उसका नाम महमूद अख्तर है। अख्तर ने खुद को भारतीय दिखाने के लिए आधार कार्ड तक बनवा रखा था। पूछताछ के बाद पत्रकारोंं से बात करते हुए यादव ने कहा, ”वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहा है और दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में अपनी तैनाती के समय से ही उसे राजनयिक छूट प्राप्त है। इसकी पुष्टि विदेश मंत्रालय के जरिए की गई तथा पुष्टि के बाद और संबंधित प्रक्रियाओं के अनुरूप, उसे विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि की मौजूदगी में पाकिस्तानी उच्चायोग के राजनयिकों को सौंप दिया गया।”