उन्होंने कहा, “अगर सर्जिकल स्ट्राइक में कोई जानी नुक़सान हुआ है तो वो कहां हैं, एक लाख आबादी के इस इलाक़े में किसी को ख़बर नहीं है।”
हमें आज निचले दर्जे के किसी व्यक्ति के सीमा पार करने की जानकारी मिली है। इसकी जांच की जा रही है।
बाजवा ने कहा, “जगह-जगह फौजी दस्तों और तमाम हथियार प्रणालियों की मौजूदगी में न तो लाइन ऑफ़ कंट्रोल पार की जा सकती है और न ही हेलीकॉप्टर आ सकता है और न ही पैराट्रूपर।”
उन्होंने कहा, “भारत ने पहले दावा किया कि फौजी दस्तों ने सरहद पार की, फिर कहा कि पैराट्रूपर उतरे, फिर कहा कि चंद घंटों में कार्रवाई पूरी करके वापस चले गए। यहां न तो ख़ामोशी से हेलीकॉप्टर आ सकते हैं, न पैराट्रूपर उतर सकते हैं। भारत बताए कि उसके पैराट्रूपर नीचे आए तो वापस कैसे गए? लांचिंग पैड तबाह करने का दावा करने वाले बताएं कि लाशें कहां गईं?’































































