यूपी में जीत का मूलमंत्र: जो पाएगा 28% से ज्यादा वोट, वही बनाएगा सरकार

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2014 में कितना था बीजेपी का वोट शेयर?

– 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 43.60% वोट मिले, जिसकी बदौलत उसने 80 में से 71 लोकसभा सीटें जीतीं।

– इन नतीजों का विधानसभावार एनालिसिस करने पर पता चलता है कि 328 सीटों पर बीजेपी के कैंडिडेट आगे रहे थे।

कितना नुकसान उठा सकती है बीजेपी?

– 28% वोटों पर यूपी में सरकार बनती है। इस लिहाज से 2014 में 43% वोट पाने वाली बीजेपी 10-12% तक नुकसान उठा सकती है।

– अगर बीजेपी के 10-12% वोट घट भी जाते हैं, तो भी 28% वोटों का आंकड़े से आगे ही रहेगी और सरकार बनाने की दौड़ में भी।

15% वोट स्विंग होना मुश्किल

– पिछले 15 साल के चुनावी नतीजों का एनालिसिस करने पर पता चलता है कि यूपी में लगातार दो चुनावों में किसी भी पार्टी के 15% वोट स्विंग नहीं हुए हैं।

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14 साल यूपी में रही हंग असेंबली

– 14 साल तक यूपी में हंग असेंबली रही। किसी भी दल को साफ बहुमत नहीं मिला। यूपी का ये ढर्रा 2007 से बदला। इसके बाद से अब तक यूपी ने क्लियर मेंडेट दिया है।

जीत का समीकरण: सीट जीतने के लिए चाहिए 25-30% वोट

– यूपी के पिछले चार चुनावों का एनालिसिस करने पर पता चलता है कि किसी सीट को जीतने के लिए 25 से 30% वोट चाहिए।

– 2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजों का विधानसभावार एनालिसिस करें तो बीजेपी ने यूपी की 328 सीटें बड़े अंतर से जीतीं।

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– 403 सीटों में 253 सीटों पर बीजेपी को 40% वोट मिले। 94 सीटों पर 50% से ज्यादा वोट मिले।

हार का समीकरण: 15% वोट दूसरी पार्टी को चला जाए

– अगर बीजेपी लोकसभा चुनाव की 40% से ज्यादा सीटें हार जाए तो सरकार बनाने की रेस से बाहर हो जाएगी। ऐसा तब होगा, जब बीजेपी का 15% वोट दूसरी पार्टी में चला जाए।

– दो अपोजिशन पार्टियां एक हो जाएं और बीजेपी के वोट 10% कम हो जाएं, तो भी सरकार बनाने में उसे मुश्किल आएगी।

– 2014 के चुनाव के एक साल बाद बिहार में बीजेपी हार गई। उसे पिछले चुनाव से 3% वोट कम मिले थे।

लगातार चुनावों में एक पार्टी को जाते हैं ज्यादातर वोट

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– एनालिसिस बताता है कि जब केंद्र और राज्य के लगातार चुनाव होते हैं, तो 77% वोटर एक ही पार्टी को वोट करते हैं।

– 2002 में एसपी ने स्टेट इलेक्शन जीता। 2004 के लोकसभा चुनाव में उसने सबसे ज्यादा 36 सीटें जीतीं।

– 2007 में बीएसपी ने स्टेट इलेक्शन जीता। 2009 के असेंबली इलेक्शन में बड़ी पार्टी बनकर उभरी।

– 2014 के चुनाव में ऐसा नहीं हुआ। 2012 में सरकार बनाने वाली एसपी को 2014 में निराशा हाथ लगी।

– 2014 में यूपी में बड़ी जीत हासिल करने वाली बीजेपी को 2017 में उल्टे नतीजे मिलते हैं, तो ये उसकी सबसे बड़ी हार कही जाएगी।

 

 

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