नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पम्पोर में शनिवार को हुए आतंकी हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए। अब तक इस साल सेना के 87 जवान देश की रक्षा में अपनी शहादत दे चुके हैं। साल 2008 के बाद यह पहला मौका है जब जम्मू-कश्मीर में इतनी बड़ी संख्या देश ने अपने जवानों को खोया है।
साल 2016 में कश्मीर घाटी में शहीद होने वाले जवानों में 71 कश्मीर घाटी में आतंकी हमलों के दौरान शहीद हुए हैं। इनमे 6 सेना के बड़े अफसर भी शामिल हैं। इसी साल सितंबर में सेना पर सबसे बड़ा आतंकी हमला उड़ी कैंप पर हुआ था। जिसमे 19 जवानों में अपने जान की बाजी लगाई थी। भारतीय सेना ने आतंकियों को सबक सिखाने के लिए एक बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक पीओके में घुसकर भी किया था। जिसमे बड़ी संख्या में आतंकियों को ढेर किया गया था।
अगले पेज पर पढ़िए- देश ने कब कितने जवान खोए
सर्जिकल स्ट्राइक बाद भी 20 से ज्यादा जवान शहीद हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार साल 2008 मंं सेना ने सबसे ज्यादा 90 जवान हमलों में खोये थे। जबकि साल 2009 में 78, साल 2010 में 67, साल 2011 में 30, साल 2012 में 17, साल 2014 में 51 और साल 2015 में 41 जवान शहीद हुए थे।