स्वामी ने कहा कि जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक का शासन उनकी सहयोगी रहीं शशिकला के हाथों में चला जाएगा, जिनका कोई राजनीतिक या सैद्धांतिक दृष्टिकोण नहीं है। स्वयं तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले स्वामी से मंगलवार को जब एक टीवी कार्यक्रम के दौरान यह सवाल किया गया कि क्या वह भविष्य में खुद को इस राज्य की राजनीति में देखते हैं? तो उन्होंने इतना ही कहा कि पूरा समर्थन मिले तो मैं जाने को तैयार हूं।
आपको बता दें कि जयललिता के निधन के बाद से ही राजनीतिक कयास लगने शुरू हो गए हैं कि अब अन्नाद्रमुक की कमान किसके हाथों में होगी। इस सवाल के जवाब में पहला नाम शशिकला नटराजन का आ रहा है। मंगलवार को जब लोग जयललिता के अंतिम दर्शन कर रहे थे तो शशिकला जयललिता के पार्थिव शरीर के पास काली साड़ी पहने और मायूस चेहरे के साथ खड़ी थीं। अपोलो में भर्ती रहने के दौरान भी शशिकला लगातार जयललिता के साथ रहीं थी।