नई दिल्ली : ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले शुभम कुमार (16) को उम्मीद थी कि AIIMS में उसकी जल्द सर्जरी हो जाएगी, लेकिन AIIMS में पहुंचकर उसे निराशा ही हाथ लगी। AIIMS में उसे ब्रेन ट्यूमर जैसी घातक बीमारी की सर्जरी के लिए करीब ढाई साल बाद का समय दिया गया है। खासबात यह है कि बाद में जब रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने सिफारिश की तो AIIMS प्रशासन ने उसे प्राइवेट वार्ड में भर्ती करने के लिए अगले साल फरवरी की तारीख दे दी। शुभम ने कहा, मेरे पिता गांव में खेती करते हैं। इतना पैसा नहीं कि वह प्राइवेट अस्पताल में सर्जरी का मोटा खर्च उठा सकें। एक महीने पहले पटना में डॉक्टर को दिखाया था। सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच कराने के बाद पता चला कि मस्तिष्क में ट्यूमर है। डॉक्टर ने AIIMS रेफर कर दिया और कहा कि दो महीने में सर्जरी कराना जरूरी है, पर AIIMS में डॉक्टरों ने सर्जरी के लिए 23 जनवरी 2019 का समय दिया। एम्स का बहुत नाम सुना था। मुङो लगा था कि यहां मेरा इलाज हो जाएगा। मुझे नहीं पता था कि यहां आकर सर्जरी के लिए इतना लंबा समय मिलेगा।
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