सर्जिकल स्ट्राइक के सबूतों पर प्रेस से रूबरू होते हुए शाह ने कहा कि सबूत मांगने वालों ने सभी सीमाओं को लांघ दिया. शाह ने कहा कि जब सभी को सेना के साथ खड़ा होना चाहिए था, उस समय लोगों ने सेना पर सवाल उठाया. राहुल गांधी के ‘खून की दलाली’ वाले स्टेटमेंट का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि ‘राहुल जी, सेना के खून की दलाली नहीं हो सकती. ये आपका मानसिक दिवालियापन है. कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को मोदी के बारे में ऐसा नहीं करना चाहिए. आप लोग मोदी को कभी मौत का सौदागर कहते हैं, कभी जहर की खेती कहते हैं और कभी खून की दलाली कहते हैं.
शाह ने कहा कि जब मोदी को मौत का सौदागर कहा गया तो हमने गुजरात का इलेक्शन जीता, जब उन्हे जहर की खेती करने वाला कहा गया तो हमने देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. अब राहुल मोदी को खून की दलाल कहकर क्या करवाना चहते वो ही जाने.
शाह ने दो टूक शब्दों में कहा कि सेना पर अविश्वास करना बंद कीजिए. शाह ने कहा कि हमारे किसी नेता ने सर्जिकल स्ट्राइक पर कुछ भी उल्टा सीधा नहीं बोला. और अगर आपको सेना पर भरोसा नहीं है तो इसका मतलब ये है कि आपके मूल में कोई दोष है.
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