टाइम्स नाउ के एडिटर- इन चीफ- अरनब गोस्वामी लंबे समय से गैर आरएसएस पार्टी और गैर आरएसएस वैचारिक विश्वासों के कटु आलोचक रहे हैं।
ये एक आम धारणा रही है कि टाइम्स नाउ के एंकर अरनब, मोदी सरकार आने के बाद पाकिस्तान से संबधित कुछ भी जुड़ी चीज़ों के लिए अपनी नापसंदी पर ज्यादा स्पष्ट तरीके से साफ हो गए है। ये कोई आश्चर्य की बात नही थी कि मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के ढाई साल बाद अपना पहला टीवी इंटरव्यू देने के लिए सबसे पहले अरनब गोस्वामी को ही चुना था।
गोस्वामी, भारत में पत्रकारिता के एक स्व-घोषित मसीहा है, प्रधानमंत्री के साथ उनके फिक्स इंटरव्यू में मोदी से मुश्किल और असुविधाजनक सवाल पूछे जाने में डर के साक्षात्कार की सोशल मीडिया यूर्जस ने निंदा की थी।
इसी तरह सर्जिकल स्ट्राइक के बाद डीजीएमओ के एलान के तुरंत बाद टाइम्स नाउ के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी स्क्रीन पर आ गए और काफी उत्साह व गर्व के साथ एंकरिंग करने लगे। वह बार-बार इसके लिए सेना को बधाई दे रहे थे गोस्वामी अपना उत्साह नहीं छुपा सके।
लेकिन अरनब को बुधवार को तब शर्मसार होना पड़ा जब उनके ही अपने बॉस और टाइम्स ग्रुप के प्रबंध निदेशक विनीत जैन के ट्वीट के बाद उन्हे विरोधाभास झेलना पड़ा।
अपने ट्वीट में जैन ने कहा कि भारत में पाकिस्तानी कलाकारों का समर्थन किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “पाक कलाकारों का समर्थन करके हम विश्व व्यापी रूप से मजबूत उदार और शांतिपूर्ण रूप से जाने जाते हैं।
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