प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर को भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ निर्णायक जंग का एलान करते हुए 500 और एक हजार रुपये के नोट के बंद की घोषणा की थी। नोटबंदी के इस फैसले की राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी सराहना की थी लेकिन अब वह मोदी सरकार के फैसले को कोस रहे है।
नोटबंदी पर शरद पवार ने कहा, ‘अगर देश में इस तरह की स्थिति जारी रही, तो आम लोगों का जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि मोदी के फैसले के चलते देश आर्थिक आपातकाल की गिरफ्त में है।
एक रैली के दौरान पवार ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नोटबंदी के बहाने मोदी सरकार लोगों को परेशान कर रही है। लेकिन लोग इसका जवाब उनकी पार्टी के खिलाफ मतदान करके देंगे।