भारतीय सेना के सीमापार लक्षित हमले को देखते हुए जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सीमाओं पर हालात के बिगड़ने को लेकर गंभीर चिंता जताते हुए आगाह किया कि टकराव से राज्य के लिए ‘बहुत बड़ी आपदा’ पैदा हो सकती है।
उन्होंने संयम और ‘युद्ध जैसे हालात’ को खत्म करने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान को सीमाओं पर मौजूदा टकराव के बढ़ने के खतरनाक परिणामों को महसूस कर संवाद के माध्यम खोलने चाहिए।मुख्यमंत्री ने लक्षित हमलों को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि शांति से जम्मू-कश्मीर के लोगों के सबसे ज्यादा हित जुड़े हैं।
भाषा की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘हिंसा के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों ने काफी नुकसान उठाए हैं और हम इसके खतरों एवं परिणामों से अच्छी तरफ वाकिफ हैं।’ महबूबा ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सीमा और अंदरूनी हिस्सों में शांति काफी महत्त्वपूर्ण है और मैं उम्मीद करती हूं कि दोनों देशों का राजनीतिक नेतृत्व इसे उसी भावना के साथ लेगा।’ उन्होंने कहा, ‘अंतहीन दुश्मनी झेल रहे भाइयों की तरह भारत एवं पाकिस्तान छह दशकों से झगड़ रहे हैं और इस दुश्मनी को एक परिपक्व, सकारात्मक रिश्ते में बदलना मुश्किल होगा। लेकिन लगातार जारी दुश्मनी के परिणाम और भी बुरे होंगे।’