समाजसेवी अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा की छह साल बाद भी भ्रष्टाचार को रोकने वाले एक भी कानून पर अमल नहीं हो पाया। लोकपाल, लोकायुक्त की नियुक्ति करने वाले और संसद में प्रतीक्षित भ्रष्टाचार को रोक ने वाले सभी सशक्त विधेयकों पर सरकार सुस्ती दिखा रही है।
किसानों की समस्याओं को लेकर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पर भी अमल नहीं किया जा रहा है। सरकार के इस रवैए से नाराज अन्ना हजारे ने तमाम मसलों पर पत्र के लिखने की बात कही है, लेकिन उन्हें इसका जवाब नहीं मिला। इसी के मद्देनजर दिल्ली में आंदोलन करने का फैसला लिया है।