केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि यदि पाकिस्तान भारत को चोट पहुंचाता है तो उसे इसकी अपेक्षाकृत बहुत भारी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि सीमा पार तनाव से निपटने को लेकर भारत के रूख में बदलाव आया है क्योंकि वह पाकिस्तान के आतंकवाद के निर्यात के कारण ‘चुप रहकर बहुत सह’ चुका है।
उन्होंने वर्ष 2003 से संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन करने को लेकर भी पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले कभी कभी होने वाले उल्लंघन अब नियमित बन गए हैं।
भारत ने 29 सितंबर को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों पर सर्जिकल हमले किए थे। इसके बाद सीमा पार बढ़े सैन्य तनाव के बीच पाकिस्तान की ओर से भारी गोलेबारी में आठ असैन्य नागरिकों की मौत हो गई थी।
जेटली ने कहा, ‘नई आम बात यह है कि भारत इस बात को स्वीकार नहीं करता कि पाकिस्तान आतंकवादियों को भेजना और भारत को चोट पहुंचाना जारी रख सकता है। यदि वे ऐसा करते हैं तो इसकी अपेक्षाकृत बहुत भारी कीमत चुकानी होगी।’