2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। आगामी चुनाव में बीजेपी की रणनीति उन सीटों को जीतने पर जिन पर 2014 में उनका प्रदर्शन ठीक नहीं रहा था। बीजेपी के इस प्लान के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह अभी से सक्रिय हो गए हैं। बीजेपी का पूरे देश में विस्तार करने के लिए लिहाज से ऐसी 120 सीटों की पहचान की गई है, जिस पर पिछले चुनाव में बीजेपी का परफॉरमेंस अच्छा नहीं रहा था लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी को उम्मीद है कि वह यहां बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब हो सकती है। पार्टी के सदस्यों को लोगों के साथ संवाद बनाए रखने, पार्टी की विचारधारा और मोदी सरकार के कामों के बारें में बताने के लिए कहा गया है।
हाल ही में हुए चुनावों में बीजेपी द्वारा उम्दा प्रदर्शन करने के बावजूद पार्टी का थिंक टैंक इन दोनों बीजेपी के नए क्षेत्रों में प्रसार की रणनीति बनाने में व्यस्त है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया, “हम 2014 में जीती हुए सभी सीटों को बनाए रखने का दावा नहीं कर सकते तो संभावनाएं तलाशना व्यवहारिक है। भरोसा है कि पार्टी दक्षिण और पूर्वी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करेगी। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी जल्द ही उन 120 लोकसभा सीटों की घोषणा करेगी।” साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को भी औपचारिक रूप से कार्य सौंप दिया जाएगा। बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 95 दिनों में पांच राज्यों का दौरा करेंगे। इनमें पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, लक्षद्वीप और गुजरात शामिल है। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि जिन 120 सीटों का चयन किया गया हो, उनमें इन क्षेत्रों की सीटों की बड़ी संख्या शामिल हो।
शाह ने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस और लेफ्ट को उन्हीं के गढ़ में चुनौती देने के लिए नक्सलवाड़ी से बूथ लेवल कैंपेन की शुरुआत की थी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में सत्ता हासिल करना उनकी प्राथमिकता है और शायद यही वजह है कि शाह ने बंगाल में बूथ लेवेल कैम्पेन की शुरुआत की है। पंचायत चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी की पकड़ बूथ लेवल तक मजबूत बनाना चाहते हैं। इससे पहले ओडिशा में पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी की गई थी। बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया था कि अमित शाह सितंबर से लगातार 95 दिनों तक भारत का दौरा करेंगे और संगठन के लोगों से मिलेंगे।