भारतीय पहलवान नरसिंह यादव को रियो ओलंपिक में कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से रोक दिया गया है। डोपिंग विवाद के चलते वाडा ने उनके खेलने पर रोक लगा दी है। नरसिंह भारत में डोपिंग विवाद में घिर गए थे। उनका डोप टेस्ट पॉजिटिव आया था लेकिन बाद में नाडा ने खेलने के अनुमति देकर रियो भेज दिया। इसके बाद रियो में वाडा ने उनके खेलने पर रोक लगा दी। गुरुवार शाम यह खबर भी चली थी नरसिंह को क्लिन चिट मिल गई लेकिन देर रात इंडिया टूडे ने यह खबर चलाई कि नरसिंह यादव को खेलने से रोक दिया गया साथ ही उन पर चार साल का प्रतिबंध पर लगा दिया गया है। नरसिंह के नहीं खेलने पर भारत की पदक की उम्मीद को धक्का लगा है। इससे पहले भारतीय कुश्ती महासंघ :डब्ल्यूएफआई: ने कहा था कि वह डोपिंग विवाद में फंसे पहलवान नरसिंह यादव के साथ मजबूती से खड़ा है। डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने बुधवार को कहा कि नरसिंह के पास ओलंपिक में खेलने का पूरा मौका है। उन्होंने सुनवाई से एक दिन पहले यहां कुश्ती के आयोजन स्थल पर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने अपना होमवर्क किया है। अंतरराष्ट्रीय संचालन संस्था से मंजूरी मिलने के बाद ही नरसिंह यहां आए। क्या यह कोई मजाक है?’’सिंह ने कहा, ‘‘वास्तव में किसी खिलाड़ी के नाम को मंजूरी मिलने तक उसे ओलंपिक गांव में प्रवेश करने नहीं दिया जाता। उन्हें खिलाड़ी का वैध मान्यता कार्ड मिला हुआ है क्योंकि 74 किग्रा पुरूष फ्रीस्टाइल प्रतिस्पर्धा के लिए उनके नाम को मंजूरी दी गयी थी।’’
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