बुरे फंसे मनमोहन, 3600 करोड़ के घोटाले में CBI करेगी पूछताछ ?

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कैसे हुआ था घोटाला
पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी के वकील ने पटियाला हाउस कोर्ट में कहा कि यूपीए शासनकाल में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह के ऑफिस के इशारे पर हेलीकॉप्टर सौदा हुआ। 2005 में हेलीकॉप्टर खरीदने की शर्तों में बदलाव करने का फैसला भी पीएमओ ने किया था। प्रधानमंत्री कार्यालय ने न्यूनतम ऊंचाई6000 से घटाकर 4500 मीटर रखने की बात कही थी। जिससे अगस्ता वेस्टलैंड को सौदा हासिल करने में आसानी हो। त्यागी ने जब चार्ज संभाला उससे पहले ही हेलीकॉप्टर खरीद की फाइल तैयार हो चुकी थी।

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हेलीकॉप्टर घोटाले में अब तक हो चुकी कार्रवाई
इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से 12 हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए कुल 3600 करोड़ का भुगतान हुआ। 2013 में इटली में खुलासा हुआ कि कंपनी ने ठेके हासिल करने के लिए केंद्र सरकार के मंत्रियों और अफसरों को दलालों के जरिए 450 करोड़ की घूस दी। जिसके बाद इस घोटाले में एफआईआर दर्ज हुई। इस मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी, उनके रिश्ते के भाई संजीव और वकील गौतम खेतान को पहली कार्रवाई के तौर पर सीबीआई पहले ही अरेस्ट कर चुकी है।

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