बीएसपी प्रमुख मायावती ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्ण बहुमत की सरकार के पीएम को लोकसभा में बोलने से कौन सकता है? उन्होंने कहा, ‘पीएम कहते हैं कि लोकसभा में उन्हें बोलने नहीं दिया जाता, इसलिए बाहर बोलते हैं। ऐसी गलतबयानी करके वह विपक्ष पर नहीं, बल्कि खुद अपने ऊपर ही आक्षेप लगा रहे हैं।’
दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक के बाद जारी बयान में मायावती ने कहा, ‘देश की 90 फीसदी जनता नोटबंदी से परेशान है। पीएम की रुचि जनता की समस्याएं दूर करने में नहीं है, इससे जनता काफी निराश है। लोकसभा में बोलने न देने का बयान देकर जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं, जो देश के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। उनका यह बयान तो ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ की कहावत को ही चरितार्थ करता है।’
मायावती ने आगे कहा, ‘पीएम संसद और संसद के बाहर जनता की बात सुनने को तैयार नहीं हैं। इससे देश की समस्याएं जटिल होती जा रही हैं।’
बीएसपी सुप्रीमो ने पीएम मोदी पर जनता को इमोशनल ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘पीएम जो कहते हैं, उसका उल्टा ही करते हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में कई वादे जनता से किए थे, लेकिन नोटबंदी के फैसले से देश की आम जनता को कंगाल बना दिया है। कालाधन रखने वालों का पैसा पहले ही ठिकाने लगा दिया गया।’