छोटा राजन ने ही दी थी पत्रकार जेडे की हत्या की सुपारी, कहा था ‘वो दाऊद से मिला हुआ है’

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छोटा राजन

पत्रकार ज्योतिर्मय डे (जेडे) की हत्या मामले में सरकारी वकील ने अदालत को बताया कि जेडे को गैंगेस्टर छोटा राजन ने ही मरवाया था और उसने ये बात अपने करीबी से बातचीत में स्वीकार भी की थी। छोटा राजन ने अपने करीबी से बातचीत में कथित तौर पर ये माना कि जेडे की राजन के दुश्मन दाऊद इब्राहिम से नजदीकी बढ़ रही थी इसलिए उनसे उसकी हत्या का कदम उठाया। राजन ने कथित बातचीत में जेडे के बारे में कहा, “उसने हद पार कर दी थी।” छोटा राजन जेडे की हत्या मामले में मुख्य आरोपी है। जेडे की 11 जून 2011 को मुंबई के पवई में कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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बुधवार (24 मई) को मुंबई की एक अदालत में चल रही सुनवाई के दौरान सरकारी वकील प्रदीप घरट ने छोटा राजन और उसके करीबी मनोज शिवदासनी के बीच हुई बातचीत का ऑडियो पेश किया। मनोज शिवदासनी जेडे हत्या के एक अन्य आरोपी विनोद चेंबुर का मित्र है। विनोद चेंबुर की मौत हो चुकी है। सरकारी वकील प्रदीप घरट ने मनोज शिवदासनी को विशेष अदालत में पेश किया। प्रदीप घरट के अनुसार शिवदासनी ने माना कि अदालत में पेश किए गए ऑडियो टेप में सुनाई दे रही आवाजें उसकी और छोटा राजन की हैं।

रेडिफ डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार छोटा राजन ने कथित बातचीत के एक ऑडियो में जेडे को गाली देते हुए कहा है, “वो दाऊद से मिला हुआ है।” राजन ने कथित तौर पर कहा कि “डे हद पार कर चुका है।” बातचीत में जे डे मामले में गिरफ्तार किए गए पत्रकार जिगना वोरा का भी नाम लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जे डे की हत्या के एक दिन पहले जिगना ने छोटा राजन को 36 बार फोन किया था।

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छोटा राजन और मनोज शिवदासनी के बीच की कथित बातचीत जे डे की हत्या के बाद की है। पिछले साल 31 अगस्त को अदालत ने छोटा राजन के खिलाफ आरोप तय किए थे। सीबीआई द्वारा अदालत में दायर की गई पूरक चार्जशीट के अनुसार छोटा राजन जे डे द्वारा छापी गई कुछ खबरों से नाराज था। चार्जशीट के अनुसार छोटा राजन को ये बुरा लगा कि जे डे ने उसे कथित तौर पर “चिंदी” माफिया बताया था। सीबीआई के अनुसार जे डे “चिंदी- रैग्स टू रीचेज” शीर्षक से किताब लिखने वाले थे जिसमें साधारण परिवार से आने वाले 20 बदमाशों के बारे में वो लिखने वाले थे। जे डे मुंबई के अखबर मिड डे में खोजी रपट विभाग के संपादक थे।

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छोटा राजन को इंडोनेसिया के बाली एयरपोर्ट पर 25 अक्टूबर 2015 को गिरफ्तार किया गया था। उसे बाद में भारत लाया गया। छोटा राजन पहले दाऊद इब्राहिम के साथ मिलकर काम करता था। माना जाता है कि दाऊद द्वारा कराए गए मुंबई बम धमाकों के बाद दोनों में खटास आ गई।