कांग्रेस नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने रिजर्व बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों पर सरकार और आरबीआई पर हमला बोलते हुए कहा है कि नोटबंदी के दौरान बंद किए गए एक फीसदी नोट केंद्रीय बैंक के पास वापस नहीं आये इस पर ‘‘आरबीआई को शर्म करनी चाहिये। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि नोटबंदी के कदम के पीछे जो अर्थशास्त्री था वह ‘नोबल पुरस्कार का हकदार’ है क्योंकि आरबीआई को 16,000 करोड़ का फायदा हुआ लेकिन नये नोटों की छपाई में 21,000 करोड़ रुपये खर्च हो गये।