सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र में कार्यवाही शुरू होते ही नोटबंदी को लेकर विपक्ष ने दोनों सदनों में सरकार के खिलाफ निशाना साधा। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और प्रधानमंत्री के मौजूद रहने की मांग पर अड़ा रहा। राज्यसभा में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री, विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं देना चाहते।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी क्यों नहीं आ रहे हैं? बाहर तो बोल रहे हैं, लेकिन संसद के अदंर क्यों नहीं बोल रहे? जब देश के अंदर गरीब लोग किसी पीड़ा में होते हैं, तो उनको बहुत अच्छा लगता है। जब बड़े-बड़े पूंजीपति, धन्नासेठ लोग खुश होते हैं, तो उनकी खुशी कई गुना बढ़ जाती है।’
कानुपर ट्रेन हादसे के लिए भी मायावती ने प्रधानमंत्री की नीतियों को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा, ‘इस घटना के लिए रेल मंत्री नहीं, प्रधानमंत्री की पूंजीवादी नीतियां और कार्यशैली जिम्मेदारी है। बुलेट ट्रेन में अरबों खरबों रुपये लगाने की जगह पटरियां ठीक करने में पैसा लगाया होता तो यह ना होता।’
वहीं लोकसभा में भी नोटबंदी को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बीच ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कानपुर ट्रेन हादसे पर अपना बयान दिया। लगातार हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए जबकि राज्यसभा की कार्यवाही को आधे-आधे घंटे के लिए तीन बार स्थगित किया गया।