- नई फीस के मुताबिक ड्राइविंग लाइसेंस में वाहन की श्रेणी बढ़ाने पर 500 रुपये देने होंगे जो पहले स्मार्ट कार्ड में 200 रुपये और पेपर लाइसेंस में 30 रुपये था।
- ग्रेस पीरियड के बाद ड्राइविंग लाइसेंस का रिन्यूवल कराने के लिए 200 की बजाय अब 300 रुपये फीस देनी होगी।
- साथ ही देर करने के हर साल के लिए भी अब 50 रुपये की जगह 1000 रुपये हर साल की दर से अतिरिक्त फीस देनी होगी।
- अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस की फीस 500 से बढ़ कर 1,000 रुपये हो गई है।
- ड्राइविंग सिखाने वाले स्कूलों के लाइसेंस का नवीनीकरण शुल्क 2500 की जगह अब 10 हजार रुपये होगा।
- ड्राइविंग स्कूलों को डुप्लीकेट लाइसेंस के लिए अब 2,500 की जगह 5,000 रुपये देने होंगे।
- ड्राइविंग लाइसेंस में दर्ज पते या किसी और विवरण को बदलने के लिए 200 रुपये अदा करने होंगे। यह शुल्क पहले नहीं लिया जाता था पर अब से लिया जाएगाय़
- लाइसेंसिंग अथॉरिटी के आदेश के खिलाफ अपील की फीस भी 100 से बढ़ा कर 500 रुपये की गई है।
- इसी तरह किसी एक श्रेणी के लिए स्थाई लाइसेंस बनवाने के लिए पहले जहां एक श्रेणी के लिए 250 रुपये लगते थे, उसके लिए अब 700 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
आगे पढ़िए वाहनों का रजिस्ट्रेशन शुल्क कितना और कहां बढ़ा