पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का एलान करते वक्त कहा था कि इस कदम से काले धन की वापसी होगी, भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और नकली करेंसी पर भी रोक लगेगी लेकिन यह झूठ साबित होता दिख रहा है। न तो काला धन वापस आया, न ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगा और न ही जाली नोटों का कारोबार बंद हुआ। केंद्र सरकार ने सोच था कि 500 और 1000 के नोटों को चलन से बाहर करने के बाद 3 लाख करोड़ रूपए का काला धन सिस्टम से बाहर चला जाएगा, लेकिन आयकर विभाग 5 जनवरी तक इस आंकड़े का महज 1.6% की ब्लैक मनी का ही पता लगा पाया।
विभाग ने ने नोटबंदी के बाद छापेमारी में 4,807 करोड़ रूपए की अघोषित आय का पता लगाया है जबकि पूरे देश में जारी छापेमारी में 112 करोड़ रूपए मूल्य की नई करेंसी बरामद की है।
डिपार्टमेंट के सूत्रों ने बताया, “5 जनवरी तक कुल 4,807.45 करोड़ रुपये की अघोषित आय का विभाग ने पता लगाया या लोगों ने खुद इसकी जानकारी दी।”
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