2. भारत और रूस ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत 1 बिलियन डॉलर लागत वाले 200 कामोव 226टी लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर्स के जॉइंट प्रोडक्शन पर समझौते को आखिरी रूप देंगे। ये हेलिकॉप्टर सेना के बेड़े में पुराने पड़ चुके चीता और चेतक हेलिकॉप्टरों की जगह लेंगे।आधिकारिक सूत्रों ने इकनॉमिक टाइम्स की इस जानकारी को भी सही बताया कि पांचवीं पीढ़ी के फाइटर एयरक्राफ्ट को साथ विकसित करने के लिए भी वर्क शेयर अग्रीमेंट को भी फाइनल कर दिया गया है। रूस की भारत के लिए युद्धपोत बनाने के संबंध में समझौता करने की भी योजना है।
3. पुतिन कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट के तीसरे और चौथे यूनिट का उद्घाटन कर सकते हैं। भारत और रूस मिलकर ब्रह्मोस मिसाइल का छोटा वर्जन डिवेलप करने जा रहे हैं। ब्रह्मोस मिसाइल के नए वर्जन के लिए फॉर्मल कॉन्ट्रैक्ट गोवा में मोदी और पुतिन के बीच होनेवाली द्विपक्षीय बैठक में हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि यह 300 किलोमीटर रेंज की क्रूज मिसाइल का बहुत ही छोटा वर्जन होगा।
4. मिलिटरी चॉपर्स की नई सीरीज तैयार करने के लिए भारत के एचएएल और रूसी कामोव के बीच एक नए ज्वाइंट वेंचर को औपचारिक जामा पहनाया जाएगा।