उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सियासी गलियारे में घमासान मचा है। बात हो रही है समाजवादी पार्टी में कुनबे में चल रही कलह की। लंबे समय से सपा में चल रही टेंशन के बीच सीएम अखिलेश यादव ने बगावती तेवर दिखा दिए हैं। सीएम ने परिवार के झगड़े को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा है कि वो बिना किसी का इंतजार किये चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे।
बचपन में मैने खुद रखा मेरा नाम
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि ‘बचपन में मेरा नाम मुझे खुद रखना पड़ा, ठीक वैसे ही मैं अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत बिना किसी का इंतजार किये करूंगा।’
मैं अपने चाचा और पिता को नहीं बदल सकता
कुनबे में चल रही कलह पर मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि शिवपाल मेरे चाचा हैं और मुलायम पिता इसे बदला नहीं जा सकता। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने परिवार में विवाद की बात से इनकार किया है। हालांकि, पिछले काफी समय से इस तरह की खबरें आ रही हैं। पिछले दिनों तो परिवार की यह लड़ाई सड़क तक पहुंच गई थी।
चाचा भतीजे में नहीं हुई बातचीत
सुलह करने की कोशिश जरूर दिखाई गई लेकिन यादव कुनबे मे कलह जारी है। लोहिया की पूण्यतिथी के दौरान खुलकर सामने आई लड़ाई। अखिलेश सबसे पहले पहुंच गए और माल्यापर्ण कर वहां से निकल गए। जबकि, वहां मौजूद शिवपाल यादव से उन्होंने कोई बातचीत नहीं की। उस वक्त तक मुलायम नहीं आए थे।
हर साल ऐसा होता था कि सभी लोग साथ होते थे। इसके भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। इससे साफ है कि मुलायम के कुनबे में सब ठीक नहीं है। अखिलेश यादव ने जो भी फैसले लिए थे उन सबको पलट कर मुलायम ने अपनी पकड़ तो जाहिर कर दी है लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि मुलामय और उनके बेटे अखिलेश के बीच भी सब ठीक नहीं है।